दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
It is believed that frequent chanting of Chalisa delivers happiness, peace, and prosperity from the lives with the devotees.
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि more info होई॥
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया